सफलता के चरण
Safalta Ke Charan

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AUTHOR: Guruatt
SUBJECT: Safalta Ke Charan
CATEGORY: Motivation
WEIGHT:
250 GM
LANGUAGE: Hindi
PAGES: 208

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Description

सफल जीवन के विषय में मतभेद हो सकता है । आर्थिक सम्पन्नता भी सफल जीवन का लक्षण सम्भव है और मानसिक तथा आत्मिक निर्मलता भी इसका लक्षण कही जा सकती है । यह भी कहा जाता है कि आर्थिक सम्पन्नता से दूसरी बातें भी सम्भव हैं ।

अतः इस विषय को न छूते हुए सफल जीवन की ओर बढ़ने के पगों पर ही इस पुस्तक को लिखने का यत्न किया गया है । जीवन की सफलता , आर्थिक , मानसिक अथवा आत्मिक कुछ भी हो , उसको प्राप्त करने के लिए मार्ग एक ही है । इस ओर जाने के लिए प्रथम चरण है अपने ध्येय में दृढ़ निष्ठा ।

निष्ठाहीन व्यक्ति पथ में छोटी – सी भी बाधा उपस्थित होने पर विचलित होकर चलना छोड़ देता है । सब महापुरुष लगन के द्वारा महानता प्राप्त कर सके हैं ।

लगन है निष्ठा का दूसरा नाम है लगन अर्थात् सिद्धि प्राप्त करने के लिए सतत प्रयत्न , सफलता के लिए अत्यावश्यक होता हुआ भी ऐसा नहीं है कि सिद्धि दिला ही देगा । इसके लिए जिस पर चरण उठाए जाएँ , पथ भी उचित ही होना चाहिए । मिथ्या मार्ग पर चलनेवाला निष्ठावान व्यक्ति लक्ष्य से दूर हो जाएगा । एक परिश्रम करनेवाला व्यक्ति चोरी , ठगी , धोखा तथा झूठ बोलकर भी तो परिश्रम करता है । अतः परिश्रम करने में लगन भी , परिश्रम की दिशा मिथ्या होने पर , ध्येय तक पहुँचाने में सफल नहीं हो सकती । मार्ग उचित दिशा का ही होना चाहिए ।

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About Gurudutt
वैद्य गुरुदत्त, एक विज्ञान के छात्र और पेशे से वैद्य होने के बाद भी उन्होंने बीसवीं शताब्दी के एक सिद्धहस्त लेखक के रूप में अपना नाम कमाया। उन्होंने लगभग दो सौ उपन्यास, संस्मरण, जीवनचरित्र आदि लिखे थे। उनकी रचनाएं भारतीय इतिहास, धर्म, दर्शन, संस्कृति, विज्ञान, राजनीति और समाजशास्त्र के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय शोध-कृतियों से भी भरी हुई थीं। तथापि, इतनी विपुल साहित्य रचनाओं के बाद भी, वैद्य गुरुदत्त को न कोई साहित्यिक अलंकरण मिला और न ही उनकी साहित्यिक रचनाओं को विचार-मंथन के लिए महत्व दिया गया। कांग्रेस, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के कटु आलोचक होने के कारण शासन-सत्ता ने वैद्य गुरुदत्त को निरंतर घोर उपेक्षा की। छद्म धर्मनिरपेक्ष इतिहासकारों ने भी उनको इतिहासकार ही नहीं माना। फलस्वरूप, आज भी वैद्य गुरुदत्त को जानने और पढ़ने वालों की संख्या काफी कम है
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