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पाप और पुण्य Paap Aur Punya Gurudutt Book
Rated 5.00 out of 5 based on 1 customer rating
(1 customer review)
₹300.00
AUTHOR: | Guruatt |
SUBJECT: | Paap Aur Punya |
CATEGORY: | Novel |
PUBLISHER: |
Prabhat Prakashan
|
LANGUAGE: | Hindi |
PAGES: | 208 |
Only 2 left in stock
Description
Additional information
Author | |
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Publication | |
Language |
Reviews (1)
1 review for पाप और पुण्य Paap Aur Punya Gurudutt Book
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About Gurudutt
वैद्य गुरुदत्त, एक विज्ञान के छात्र और पेशे से वैद्य होने के बाद भी उन्होंने बीसवीं शताब्दी के एक सिद्धहस्त लेखक के रूप में अपना नाम कमाया। उन्होंने लगभग दो सौ उपन्यास, संस्मरण, जीवनचरित्र आदि लिखे थे। उनकी रचनाएं भारतीय इतिहास, धर्म, दर्शन, संस्कृति, विज्ञान, राजनीति और समाजशास्त्र के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय शोध-कृतियों से भी भरी हुई थीं।
तथापि, इतनी विपुल साहित्य रचनाओं के बाद भी, वैद्य गुरुदत्त को न कोई साहित्यिक अलंकरण मिला और न ही उनकी साहित्यिक रचनाओं को विचार-मंथन के लिए महत्व दिया गया। कांग्रेस, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के कटु आलोचक होने के कारण शासन-सत्ता ने वैद्य गुरुदत्त को निरंतर घोर उपेक्षा की। छद्म धर्मनिरपेक्ष इतिहासकारों ने भी उनको इतिहासकार ही नहीं माना। फलस्वरूप, आज भी वैद्य गुरुदत्त को जानने और पढ़ने वालों की संख्या काफी कम है
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Pardeep –
गुरुदत्त जी की रचना वास्तविक में अति दुर्लभ है बहुत कुछ सीखने को मिला है इनकी रचनाओं से और बहुत आनंद आया