चुनौतियों के विरुद्ध सबसे बड़ा शस्त्र – शांत मन

“व्यक्ति को ईश्वर ने एक बहुत ज़बरदस्त साधन या शस्त्र दिया है, जिसका नाम है ‘मन’. यह मन बड़े-बड़े काम करता है।” परंतु यह ध्यान रहे, कि यह जड़ है। यह स्वयं कुछ नहीं करता। इसका संचालक चेतन आत्मा है। “आत्मा इस मन का यदि सही उपयोग करना सीख ले, तो इस मन की शक्ति से वह बहुत बड़े-बड़े चमत्कारी काम कर सकता है।” “जैसे तोप बहुत शक्तिशाली साधन है। यदि चलाने वाला चाहे, तो उसका सदुपयोग करके, उससे शत्रु को नष्ट कर के, देश की रक्षा कर सकता है। और यदि वह उसका दुरुपयोग करता है, तो वह दूसरों का विनाश भी कर सकता है।”
“जैसे तोप एक बहुत शक्तिशाली साधन है, इसी प्रकार से मन भी, तोप के समान बहुत शक्तिशाली साधन है।” “परंतु यह उत्तम परिणाम सभी दे पाएगा, जब यह शांत हो। यदि मन चंचल हो, तो फिर इसकी क्षमता वैसा परिणाम नहीं दिखाती, जैसा कि शांत मन की दिखाती है।”
अतः अपने मन को सदा शांत रखने का प्रयत्न करें। और इसे शांत रखते हुए फिर इसके चमत्कार देखें, यह आपको कहां से कहां तक पहुंचा देगा।
मन को शांत रखने के लिए कुछ उपाय —
प्रतिदिन ईश्वर का ध्यान करना, दैनिक यज्ञ करना, वेदों, उपनिषद, दर्शन, योग, आयुर्वेद ग्रंथो स्वाध्याय करना, अच्छे लोगों के साथ बैठना उठना, उनके साथ अच्छी धार्मिक चर्चा करना, शुद्ध सात्विक भोजन खाना मांसाहार मद्यपान आदि दोषों से दूर रहना, खराब लोगों की संगति नहीं करना, प्रैस और मीडिया में गलत चीज़ें न पढ़ना, न देखना, न सुनना, सांसारिक विषयों पर बातें कम से कम करना, अति आवश्यक चर्चा ही करना, अन्याय के समाचारों और अन्याय की घटनाओं को नहीं देखना, उनसे दूर रहना इत्यादि उपाय हैं।” इन उपायों का प्रयोग करें, मन को शांत रखें, और फिर मन के चमत्कार देखें। “आप ऐसे शांत मन से सभी समस्याओं को पार कर जाएंगे, और जीवन में सर्वत्र विजय को प्राप्त करेंगे।”
—- स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक