ऋग्वेद के चतुर्थ मण्डल के चयनित सूक्तों में राकेट , उपग्रह विज्ञान Rigved Ke Chaturth Mandal ke Chaynit Shukto Mein Rocket Upgrah Vigyan
₹500.00
ITEM CODE: | MZO276 |
AUTHOR: | SHIV PRAKASH AGRAWAL |
PUBLISHER: | ASTHA PRAKASHAN, DELHI |
LANGUAGE: | SANSKRIT AND HINDI |
EDITION: | 2020 |
ISBN: | 9789386081186 |
PAGES: | 136 |
COVER: | HARDCOVER |
OTHER DETAILS | 9.00 X 6.00 INCH |
WEIGHT | 350 GM |
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प्रशस्ति पत्र डॉ० शिव प्रकाश अग्रवाल जी ने ‘ ऋग्वेद के चतुर्थ मण्डल के चयनित सूक्तों में राकेट , उपग्रह विज्ञान – एक चिन्तन ‘ शीर्षक से एक लघु पुस्तिका का निर्माण किया है ।
ऋषि दयानन्द जी ने उद्घोषणा की है- ” वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है । वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना – सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है । ” मनु ने लिखा है ” सर्व वेदात् प्रसिध्यति ” सब कुछ वेदों से सिद्ध होता है । “ आधुनिक विज्ञान का मूल स्रोत वेद है ” इस मान्यता को सिद्ध करना लेखक का मूल उद्देश्य है । वेद ज्ञान का सागर है । मनन करने के कारण मन्त्र कहलाते हैं । मन्त्रों की वैज्ञानिक व्याख्या परिश्रम साध्य है । मन्त्रों में जो दृष्टि आप डालेंगे , मन्त्र वही अर्थ देने लगता है । एक ही शब्द अनेक अर्थों वाला होता है ।
श्येन बाज के अर्थ में आता है ,परन्तु मान्य लेखक ने श्येन का अर्थ राकेट किया है । इसी प्रकार बृहस्पति का अर्थ उपग्रह किया है ।
इस प्रकार मन्त्र नवीन उद्भावनाओं को उत्पन्न करता है । ऋग्वेद के चतुर्थ मण्डल के चयनित सूक्तों में राकेट , उपग्रह विज्ञान परक अर्थ तथा व्याख्या करके डा ० शिव प्रकाश अग्रवाल जी ने नयी उद्भावना की है । वेद मन्त्र की विशेषता यह है कि हम जैसी दृष्टि डालेंगे वैसा ही अर्थ मन्त्र देने लगता है ।
आध्यात्मिक अर्थ , आधिदैविक अर्थ एवं आधिभौतिक अर्थ हम अपनी योग्यता और अभिरुचि के अनुसार करते हैं । डा ० शिव प्रकाश अग्रवाल जी ने पहले गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय , हरिद्वार से वेद विषय में एम ० ए ० किया तथा उसके बाद मेरे निर्देशन में पी – एच ० डी ० की उपाधि प्राप्त की ।
मैं मान्य लेखक को अमूल्य पुस्तक के लिखने पर साधुवाद देता हूँ । भविष्य में इसी प्रकार लेखनकार्य करते रहें ।
डॉ ० मनुदेव बन्धु
प्रोफेसर वेद विभाग
गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय , हरिद्वार
Author |
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