गौतम खट्टर एक आधुनिक सनातनी चिन्तक, लेखक एवं वैदिक सुधारक हैं, जिन्होंने भारत की शाश्वत ज्ञान परंपरा के पुनर्जागरण को अपने जीवन का ध्येय बना लिया है। वे वैदिक साहित्य में पीएच.डी. उपाधिधारी हैं तथा सनातन महासंघ के संस्थापक एवं श्री राम लला गुरुकुलम् — एक आधुनिक वैदिक शिक्षण संस्थान — के प्रेरणास्रोत हैं। डॉ. खट्टर विगत सात वर्षों से भारत बचाओ अभियान के माध्यम से राष्ट्रव्यापी यात्रा कर रहे हैं, जिसमें वे युवाओं को वैदिक ज्ञान, धर्म और देशभक्ति की चेतना से जागृत कर रहे हैं।

भगवद्गीता, रामायण एवं वैदिक दर्शन पर उनका गहन अधिकार है। उन्होंने ‘भगवद्गीता सार — The Holy Book of Human’ नामक एक क्रांतिकारी कृति की रचना की है, जो सरल किंतु सारगर्भित भाषा में गीता का ऐसा भावानुवाद प्रस्तुत करती है जो आज के पाठकों के लिए सुलभ और जीवन-परिवर्तनकारी है।

खट्टर का कार्य केवल शास्त्रीय अध्ययन तक सीमित नहीं है, अपितु वह व्यावहारिक धरातल पर भी सक्रिय है — चाहे वह जमीनी धर्म जागरण अभियान हो या वैदिक शिक्षा पद्धति में संस्थागत सुधार। उनका स्वर सशक्त, स्पष्ट और अडिग है — जो एक आध्यात्मिक रूप से जागरूक एवं बौद्धिक रूप से सशक्त भारत का आह्वान करता है।

वे सनातन धर्म में स्पष्टता, शक्ति एवं उद्देश्य की खोज करने वालों के लिए एक प्रेरक वक्ता, शिक्षक एवं मार्गदर्शक के रूप में प्रतिष्ठित हैं

भगवद्गीता सार
Bhagwad Geeta Sar

Original price was: ₹549.00.Current price is: ₹449.00.